
उत्तराखंड में आने वाले लगभग 70 प्रतिशत विदेशी पर्यटक इजरायली होते हैं, जिन्हें योग और गंगा के आध्यात्मिक माहौल से विशेष लगाव है। इस अप्रत्याशित वापसी से राज्य के पर्यटन उद्योग को झटका लगने की आशंका है।
राज्य के विभिन्न योग केंद्रों, धर्मशालाओं और गंगा के किनारे बसे आध्यात्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में इजरायली पर्यटक मौजूद थे। हालांकि, अपने देश में युद्ध की स्थिति बिगड़ने के कारण, वे अब जल्दबाजी में अपनी यात्राएँ रद्द कर रहे हैं और वापस लौट रहे हैं। कई इजरायली नागरिकों को अपने परिवारों की चिंता है, जबकि कुछ को सैन्य सेवाओं के लिए वापस बुलाए जाने की आशंका है। यह स्थिति उत्तराखंड के उन छोटे व्यवसायों और टूर ऑपरेटरों के लिए चिंता का विषय है जो मुख्य रूप से इजरायली पर्यटकों पर निर्भर हैं।
इस वापसी का उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग पर सीधा नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि इजरायली पर्यटक राज्य में एक महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा लाते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हैं। स्थानीय होटल मालिकों और टूर गाइडों को उम्मीद है कि स्थिति जल्द सामान्य होगी और इजरायली पर्यटक फिर से उत्तराखंड लौटना शुरू करेंगे।