बिहार चुनाव में फर्जी, डुप्लीकेट और गायब वोटर मिले: आयोग।
पटना, बिहार: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा खुलासा हुआ है। चुनाव आयोग (EC) ने गुरुवार को बताया कि बिहार की मतदाता सूची में 'घोस्ट' (फर्जी), 'डुप्लीकेट' और 'गायब' मतदाताओं की चौंकाने वाली संख्या सामने आई है।

यह खुलासा राज्य में चुनावी शुचिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान के दौरान यह विसंगतियां पाई गईं। आयोग ने यह भी बताया कि मौजूदा मतदाताओं में से 89.7 प्रतिशत ने ही अपने EFs (इलेक्टोरल फॉर्म्स) जमा किए हैं, ताकि उन्हें मसौदा मतदाता सूची में शामिल किया जा सके। इसका मतलब यह है कि अभी भी बड़ी संख्या में मतदाता ऐसे हैं जिनके विवरण पूरी तरह से अपडेट नहीं हुए हैं या जिनकी पहचान संदिग्ध है। ‘घोस्ट’ मतदाता ऐसे होते हैं जो अस्तित्व में ही नहीं होते, जबकि ‘डुप्लीकेट’ मतदाता वे होते हैं जिनके नाम सूची में एक से अधिक बार होते हैं। ‘गायब’ मतदाता वे होते हैं जिनका नाम सूची से हटा दिया गया है या वे सूचीबद्ध नहीं हैं।
इस खुलासे के बाद, चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने का फैसला किया है। राजनीतिक दलों और नागरिकों से भी इस प्रक्रिया में सहयोग करने की अपील की गई है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि केवल योग्य और वास्तविक मतदाता ही सूची में शामिल हों। यह चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।