
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए कड़ी आलोचना की है। ईडी की टीमों ने कई संस्थानों पर छापे मारे और दस्तावेजों की जांच की। कार्रवाई के दौरान, पहचान पत्र वाले छात्रों को कॉलेजों के अंदर जाने की अनुमति दी गई।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले से जुड़ी है, जिसमें परमेश्वर के स्वामित्व वाले संस्थानों में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि यह भाजपा सरकार द्वारा विपक्ष को परेशान करने का एक प्रयास है।
छापेमारी के दौरान, ईडी ने विभिन्न दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को लोकतंत्र के खिलाफ बताया है और कहा है कि वे कानूनी रूप से इसका मुकाबला करेंगे।