
कश्मीर के चरवाहों को चरागाहों में जाने की अनुमति मिलने से कुछ राहत मिली है, हालांकि यह अनुमति उन्हें देरी से प्राप्त हुई है। कश्मीर में पर्यटन स्थलों और ट्रेकिंग स्पॉट्स के बंद होने के बाद चरवाहों ने प्रशासन से अनुमति मिलने में देरी की शिकायत की थी, जिससे उनके पशुधन के लिए चारे की समस्या पैदा हो गई थी।
देरी से अनुमति मिलने के कारण कई चरवाहों को अपने मवेशियों के लिए पर्याप्त चारा ढूंढने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। अब जब अनुमति मिल गई है, तो वे अपने पशुओं को उच्च ऊंचाई वाले चरागाहों में ले जा सकेंगे, जहां उन्हें पर्याप्त मात्रा में घास उपलब्ध होगी। हालांकि, इस देरी के कारण उन्हें जो परेशानी हुई, उसे लेकर उनमें कुछ निराशा भी है।
प्रशासन ने कहा है कि अनुमति में देरी कुछ प्रशासनिक कारणों से हुई थी और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए कदम उठाए जाएंगे। चरवाहों को उम्मीद है कि आगे उन्हें समय पर अनुमति मिलेगी ताकि उनके पशुधन का भरण-पोषण सुचारू रूप से हो सके।