
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को सीआईआई वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन 2025 में उद्योग जगत के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की विकास गाथा कोई संयोग नहीं है। यह विजन, रणनीति और सेवा प्रदाताओं से वैश्विक निर्माता बनने की मानसिकता में बदलाव पर आधारित है। वैष्णव ने ‘भारत@2047: डिजिटल और कनेक्टेड राष्ट्र के लिए भविष्य-तैयार अवसंरचना’ विषय पर डिजिटल अवसंरचना, इलेक्ट्रॉनिक्स, एआई और रेलवे में भारत के परिवर्तन पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
3.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में भारत के उदय पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने डिजिटल इंडिया, जन धन, आधार और यूपीआई जैसी मूलभूत डिजिटल पहलों की भूमिका पर जोर दिया, जिन्होंने विश्व स्तर पर प्रशंसित पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है। वैष्णव ने जानकारी दी, “हम तैयार उत्पादों के आयात से घटकों और अब सेमीकंडक्टरों के विकास की ओर बढ़े हैं। हमारे इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में तेजी से वृद्धि हो रही है।”
उन्होंने कहा, “हमने हजारों जीपीयू को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराकर एआई अवसंरचना तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाया है। हमारा पहला भारत-प्रशिक्षित फाउंडेशन मॉडल पूरा होने के करीब है। सभी डेटासेट और एप्लिकेशन ओपन सोर्स होंगे, जिससे समान पहुंच सुनिश्चित होगी।” उन्होंने आगे कहा कि एआई सुरक्षा संस्थान एआई जोखिम शमन के लिए विश्व स्तर पर प्रासंगिक ढांचे विकसित कर रहा है।