
इस कार्रवाई का उद्देश्य राज्य में गैरकानूनी हथियारों के निर्माण और आपूर्ति पर नकेल कसना है, जो अक्सर आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल होते हैं। यह अभियान झारखंड में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एटीएस ने अपनी जांच में पाया है कि इन अवैध इकाइयों में बिहार के मुंगेर से हथियार बनाने वाले कारीगरों की काफी मांग है। मुंगेर अपने अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात है, और वहाँ के कुशल कारीगर अक्सर अन्य राज्यों में ऐसी फैक्ट्रियों में काम करने के लिए जाते हैं। इन फैक्ट्रियों में छोटे हथियारों से लेकर अधिक परिष्कृत हथियारों तक का निर्माण किया जाता है, जिन्हें बाद में अपराधियों और असामाजिक तत्वों को बेचा जाता है।
एटीएस की टीमें अब इन अवैध फैक्ट्रियों का पता लगाने और उन्हें ध्वस्त करने के लिए गहन छापेमारी कर रही हैं। इस अभियान से राज्य में हथियारों की अवैध तस्करी और निर्माण पर लगाम लगने की उम्मीद है। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दें, ताकि इन राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके और राज्य में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।