crimeStates

डायन प्रथा उन्मूलन कानून के बावजूद झारखंड में नहीं थम रहीं हत्याएं

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में हुई इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है कि झारखंड डायन प्रथा उन्मूलन अधिनियम 2001 के बावजूद ऐसी घटनाएं क्यों नहीं रुक रही हैं।

टुकनी लोंमगा की हत्या कानून और व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती है।

अधिनियम की धारा 3 के तहत किसी को डायन कहने पर सजा का प्रावधान है, फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास की जड़ें मजबूत बनी हुई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता की कमी और भय ने लोगों को कानून से दूर रखा है।

पुलिस ने आरोपी गोमिया होरो को गिरफ्तार कर लिया है और आईपीसी की धारा 302 व डायन प्रथा उन्मूलन कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रशासन ने गांव में जनजागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button