
योगी आदित्यनाथ ने ANI को दिए इंटरव्यू में तमिलनाडु सरकार की तीन-भाषा नीति पर स्टालिन की आलोचना करते हुए इसे “संकीर्ण राजनीति” कहा था। इस पर स्टालिन ने पलटवार करते हुए कहा कि “तमिलनाडु की दो-भाषा नीति और निष्पक्ष परिसीमन को लेकर हमारी दृढ़ और न्यायसंगत आवाज पूरे देश में गूंज रही है, जिससे बीजेपी घबरा गई है।”
स्टालिन ने योगी आदित्यनाथ के बयानों को “राजनीतिक ब्लैक कॉमेडी” करार दिया। उन्होंने कहा, “और अब माननीय योगी आदित्यनाथ हमें नफरत पर उपदेश देना चाहते हैं? हमें बख्शिए। यह विडंबना नहीं, बल्कि राजनीतिक ब्लैक कॉमेडी है।”
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वे किसी भाषा का विरोध नहीं करते, बल्कि केवल “थोपने और वर्चस्ववादी रवैये” के खिलाफ हैं। स्टालिन ने कहा, “हम किसी भाषा का विरोध नहीं करते, हम केवल थोपने और वर्चस्ववाद का विरोध करते हैं। यह वोटों के लिए दंगे कराने की राजनीति नहीं है, बल्कि सम्मान और न्याय के लिए लड़ाई है।”
यह विवाद हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित तीन-भाषा नीति और देश में नई परिसीमन प्रक्रिया को लेकर गहराया है, जिसमें दक्षिण भारतीय राज्यों की आपत्तियां लगातार सामने आ रही हैं।