
रोजगार और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कथित उपेक्षा को लेकर घेरने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस आगामी विधानसभा सत्र और सार्वजनिक मंचों पर इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि वे राज्य सरकार के दावों का मुकाबला करने के लिए बिहार में जर्जर पुलों, खराब कानून व्यवस्था और हालिया हत्याओं जैसी घटनाओं को उजागर करेंगे। पार्टी का मानना है कि ये मुद्दे सीधे तौर पर राज्य सरकार की विफलताओं को दर्शाते हैं और आम जनता को प्रभावित करते हैं। कांग्रेस नेता इन विषयों पर सरकार से जवाबदेही की मांग करेंगे और जनता के बीच जाकर इन समस्याओं को उठाएंगे।
पार्टी का लक्ष्य है कि वह इन मूलभूत मुद्दों को उठाकर राज्य सरकार पर दबाव बनाए और जनता का समर्थन हासिल करे। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार ऐसे विषय हैं जो सीधे तौर पर लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं, और कांग्रेस इन पर ध्यान केंद्रित कर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करना चाहती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि NDA सरकार इन हमलों का कैसे जवाब देती है और क्या इन मुद्दों पर कोई ठोस समाधान पेश किया जाता है।