बेताब पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि निलंबन पर पुनर्विचार के लिए भारत से ‘गुहार’ लगाई.
पाकिस्तान ने नई दिल्ली को लिखे एक पत्र में सिंधु जल संधि के तहत अपने क्षेत्र में नदियों के प्रवाह को फिर से शुरू करने का आग्रह किया है।

यह पत्र भारत द्वारा हाल ही में सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित करने के फैसले के बाद आया है, जिसे पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि यह देश सिंचाई और पीने के पानी के लिए इन नदियों पर बहुत अधिक निर्भर है।
पाकिस्तान ने अपने पत्र में कहा है कि सिंधु जल संधि दोनों देशों के बीच जल बंटवारे का एक महत्वपूर्ण तंत्र है और इसके निलंबन से पाकिस्तान में कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से इस फैसले पर पुनर्विचार करने और संधि के प्रावधानों के अनुसार नदियों के पानी का प्रवाह बहाल करने का अनुरोध किया है। पाकिस्तान ने द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से इस मुद्दे का समाधान खोजने की इच्छा भी व्यक्त की है।
हालांकि, भारत की ओर से इस पत्र पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। भारत ने संधि के निलंबन का कारण सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों को समर्थन देना बताया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भारत पाकिस्तान के इस आग्रह पर क्या रुख अपनाता है और क्या दोनों देश इस संवेदनशील मुद्दे पर कोई समाधान निकाल पाते हैं।