
आगरा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के एक पूर्व IAS अधिकारी अब्दुल समद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत आगरा में एक मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो-टॉलरेंस नीति को दर्शाती है।
जांच के दौरान, आजमगढ़, जौनपुर और लखनऊ में उनकी संपत्तियों के बारे में भी जानकारी मिली, हालांकि ये संपत्तियां अभी इस मौजूदा मामले में शामिल नहीं हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि समद की अवैध संपत्तियां कई जिलों में फैली हो सकती हैं और आने वाले समय में उन पर और भी मामले दर्ज हो सकते हैं।
इस मामले के दर्ज होने के बाद, प्रशासन ने आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस और सतर्कता विभाग की टीमें उनकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की विस्तृत जांच करेंगी। यह घटना एक बार फिर से उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार की समस्या को उजागर करती है।