
मायावती ने कहा कि अल्पसंख्यकों को उपहार भेजने के बजाय रोजगार के अवसर और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की व्यवस्था होनी चाहिए।
BJP ने हाल ही में घोषणा की थी कि 32 लाख गरीब अल्पसंख्यक परिवारों को ईद, बैसाखी, गुड फ्राइडे और ईस्टर के मौके पर ‘सौगात-ए-मोदी’ के तहत प्रधानमंत्री का ‘प्रेम संदेश और उपहार’ भेजा जाएगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कहा कि जब अल्पसंख्यक और बहुजन समाज के लोग अपनी जान, संपत्ति और धर्म की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, तब ऐसे उपहार का क्या लाभ है?
उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा, “BJP द्वारा PM का ‘प्रेम संदेश और उपहार’ के रूप में 32 लाख गरीब अल्पसंख्यक परिवारों को ईद, बैसाखी, गुड फ्राइडे और ईस्टर पर भेजना केवल उनका राजनीतिक स्वार्थ है।”
मायावती ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि महज उपहार देने से अल्पसंख्यकों की समस्याएं हल नहीं होंगी। उन्होंने केंद्र सरकार से रोजगार के अवसर और सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की।
BSP प्रमुख ने BJP को नसीहत दी कि चुनावी राजनीति से ऊपर उठकर देश के सभी वर्गों के हित में काम करना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मायावती का यह बयान आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अल्पसंख्यक समुदाय को साधने की कोशिश है।