
मुठभेड़ के बाद घायल नक्सलियों का इलाज कौन कर रहा है? कई बिना लाइसेंस वाले चिकित्सा व्यवसायी/झोलाछाप डॉक्टर अब माओवादियों का इलाज करने में मदद करने के लिए पुलिस रडार पर हैं। झारखंड के पलामू जिले में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली है।
पुलिस को संदेह है कि मुठभेड़ों में घायल हुए नक्सलियों को ये झोलाछाप डॉक्टर छिपकर चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि क्या कुछ स्थानीय समर्थक नक्सलियों को भागने और छिपने में भी मदद कर रहे हैं। पुलिस ऐसे सभी संदिग्धों की पहचान करने और उन पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया में है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने पलामू जिले में ऐसे सभी बिना लाइसेंस वाले चिकित्साPractitioners की पहचान करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है जो नक्सलियों की सहायता कर सकते हैं। पुलिस का मानना है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों की मदद से ही घायल नक्सली मुठभेड़ के बाद छिपने और अपना इलाज कराने में सफल हो पाते हैं।