
प्रदेश में जल्द ही एक अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिटी की स्थापना की जाएगी। इस एआई सिटी का उद्देश्य अनुसंधान, विकास और नवाचार के एक नए युग की शुरुआत करना है, जिससे राज्य तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में अग्रणी बन सके। यह कदम उत्तर प्रदेश को देश के तकनीकी मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहायक होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार को प्राथमिकता दे रही है। वर्तमान में, प्रदेश के 20 विश्वविद्यालयों, 750 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों, 2,500 से अधिक पॉलिटेक्निक कॉलेजों और उतनी ही संख्या में आईटीआई में नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन संस्थानों में छात्रों को नवीनतम तकनीकों और अनुसंधानों से अवगत कराया जा रहा है, साथ ही उन्हें नए विचारों को विकसित करने और उन्हें वास्तविकता में बदलने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। एआई सिटी की स्थापना इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार का मानना है कि एआई सिटी की स्थापना से प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। इसके अतिरिक्त, यह शहर विभिन्न उद्योगों में एआई के अनुप्रयोग को बढ़ावा देगा, जिससे उत्पादकता और दक्षता में वृद्धि होगी। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर यह घोषणा उत्तर प्रदेश के तकनीकी विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।