
विमानन विशेषज्ञों ने दुर्घटना के संभावित कारणों पर प्रकाश डाला है। प्रारंभिक विश्लेषणों के आधार पर, यह आशंका जताई जा रही है कि जांच में मुख्य रूप से पक्षी के टकराने (बर्ड हिट), इंजन में खराबी या लैंडिंग गियर से संबंधित तकनीकी समस्याओं जैसे पहलुओं पर गहराई से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस भीषण दुर्घटना ने विमानन सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह कदम भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने और बेड़े की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। डीजीसीए अपने संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है ताकि इन निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा सके और विमानों की गहन जांच हो सके।
दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच जारी है। विशेषज्ञ टीम ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का सावधानीपूर्वक विश्लेषण कर रही है ताकि दुर्घटना से ठीक पहले विमान की स्थिति, पायलटों के कार्यों और किसी भी तकनीकी समस्या को समझा जा सके। इस दुर्घटना ने विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल और हवाई अड्डों के आसपास के पर्यावरण प्रबंधन पर भी सवाल खड़े किए हैं, विशेषकर पक्षियों की गतिविधियों को लेकर। बल्कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करना भी है।