श्रीनगर-जम्मू मार्ग यात्रियों के लिए बनी बड़ी मुसीबत .
श्रीनगर/जम्मू: कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग वर्तमान में यात्रियों के लिए एक बड़ा दुःस्वप्न बन गया है।
बारिश और भूस्खलन के कारण कई जगहों पर क्षतिग्रस्त होने के बाद यह महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग यातायात के लिए एक कठिन परीक्षण साबित हो रहा है। जो यात्रा पहले पाँच से छह घंटे में पूरी हो जाती थी, उसमें अब यात्रियों को 10 से 12 घंटे या इससे भी अधिक समय लग रहा है।
राजमार्ग पर दोनों तरफ वाहन की भारी भीड़ जमा हो गई है, और ट्रैफिक पुलिस के लिए इसे एक बार में साफ करना असंभव हो गया है। कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त सड़क और वन-वे ट्रैफिक सिस्टम के कारण भारी वाहन, विशेषकर मालवाहक ट्रक, कई-कई दिनों तक फंसे रहते हैं। उधमपुर के थरड़ और रामबन के पास कई हिस्से सिंगल-लेन में तब्दील हो गए हैं, जिससे भीड़ और बढ़ गई है। इस ट्रैफिक जाम से फल और अन्य आवश्यक सामानों की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) क्षतिग्रस्त हिस्सों की मरम्मत के लिए लगातार काम कर रहा है, लेकिन भूस्खलन की संवेदनशीलता के कारण काम की रफ्तार धीमी है। यात्रियों ने ट्रैफिक प्रबंधन में कमी और लापरवाही का आरोप लगाया है। प्रशासन ने वाहन चालकों से ट्रैफिक सलाह का सख्ती से पालन करने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। इस महत्वपूर्ण मार्ग को पूरी तरह से बहाल करने में अभी और समय लग सकता है।



