
ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा रहीं महिला सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की जवानों ने दृढ़ता से कहा है कि जब वे सीमाओं पर तैनात हैं, तो राष्ट्र को किसी भी प्रकार के भय की आवश्यकता नहीं है। इन महिला सैनिकों ने जोर देकर कहा कि उन्होंने पुरुषों के समान ही कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया है और वे उसी जज्बे के साथ देश की सीमाओं की रक्षा करती हैं।
महिला जवानों ने बताया कि उन्हें हथियार चलाने, गश्त करने और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वे पुरुष जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं और देश की सुरक्षा के प्रति समान रूप से समर्पित हैं। ऑपरेशन सिंदूर में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है, जहाँ उन्होंने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और बहादुरी का परिचय दिया है।
इन महिला बीएसएफ जवानों का कहना है कि उनकी उपस्थिति सीमाओं पर सुरक्षा की भावना को और मजबूत करती है। वे देशवासियों को आश्वस्त करती हैं कि सीमाएं सुरक्षित हाथों में हैं और उन्हें किसी भी खतरे से डरने की आवश्यकता नहीं है। उनकी यह भावना देश के लिए प्रेरणादायक है।