
अभियोजन पक्ष ने बताया कि सुनवाई मात्र चार महीने और छह दिनों में पूरी हुई, जिसके दौरान 12 लोगों की गवाही दर्ज की गई। यह मामला [घटना की संक्षिप्त जानकारी, यदि उपलब्ध हो] से संबंधित है, जिसमें दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या कर दी गई थी।
अदालत ने दोनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए उन्हें मृत्युदंड की सजा सुनाई। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अपराध की गंभीरता।
यह फैसला दिखाता है कि न्यायपालिका ऐसे जघन्य अपराधों के प्रति सख्त रुख अपनाती है और त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अदालत अब इन दोषियों को उनकी सजा के अनुसार दंडित करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।