मुंबई उपनगरीय ट्रेनों में मौतें: बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा. ‘
मुंबईकरों के यात्रा करने का तरीका शर्मनाक'

मुंबई, महाराष्ट्र: मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों में यात्रियों की मौत के बढ़ते मामलों पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की है। अदालत ने इन घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि ‘मुंबईकरों के यात्रा करने का तरीका शर्मनाक’ है। यह टिप्पणी मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास उपनगरीय ट्रेन से गिरने के बाद पांच लोगों की दुखद मौत के बाद आई है।
पुलिस के अनुसार, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास हुई, जहाँ चलती ट्रेन से गिरने के कारण पांच यात्रियों की मौत हो गई। मुंबई की लोकल ट्रेनें शहर की जीवनरेखा मानी जाती हैं, लेकिन अत्यधिक भीड़भाड़ और सुरक्षा उपायों की कमी के कारण ये अक्सर हादसों का गवाह बनती हैं। यात्री अक्सर ट्रेन के डिब्बों के दरवाजों पर या पायदान पर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर होते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए रेलवे अधिकारियों और राज्य सरकार से इस गंभीर समस्या का समाधान खोजने का आग्रह किया है। अदालत ने कहा कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा मुहैया कराना रेलवे और सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यात्रियों को भी अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर मुंबई की लोकल ट्रेनों में बढ़ती भीड़ और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।