
बलांगीर, ओडिशा: ओडिशा के बलांगीर जिले का सेलमापाली गांव एक रहस्यमयी और दुखद स्थिति का सामना कर रहा है, जहाँ कोई भी व्यक्ति 60 साल की उम्र से अधिक जीवित नहीं रहता है। इस ‘शापित गांव’ में ‘किडनी फेलियर’ खामोशी से लोगों की जान ले रहा है।
सेलमापाली गांव में, परिवारों ने किडनी फेलियर के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है। यह स्थिति तब और भी गंभीर हो जाती है जब गांव में सुलभ स्वास्थ्य सेवा (accessible healthcare) का घोर अभाव है। जिससे उनकी स्थिति और बिगड़ जाती है और अंततः मौत हो जाती है। गांव के लोग बताते हैं कि लगभग हर परिवार ने इस बीमारी से किसी न किसी सदस्य को खोया है।
स्थानीय निवासियों और विशेषज्ञों का मानना है कि इस सामूहिक किडनी फेलियर के पीछे दूषित पानी, मिट्टी में मौजूद विषाक्त पदार्थ या आनुवंशिक कारण हो सकते हैं। सरकार और स्वास्थ्य अधिकारियों को इस रहस्यमय बीमारी के मूल कारणों का पता लगाने और ग्रामीणों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। यह घटना ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे की कमजोरियों और दूरदराज के इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी को उजागर करती है।