
इसके साथ ही, इस भीषण हादसे में मरने वालों की कुल संख्या अब 260 हो गई है। यह प्रक्रिया दुर्घटना के सभी पीड़ितों की पहचान सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जानकारी के अनुसार, लंबे समय से अज्ञात रहे अंतिम शव की पहचान डीएनए मिलान के बाद हुई है। शव को अब उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। यह दुर्घटना अहमदाबाद के इतिहास में सबसे भीषण हवाई त्रासदियों में से एक है, जिसने कई परिवारों को तबाह कर दिया। डीएनए फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने इस चुनौतीपूर्ण कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे पीड़ितों के परिवारों को अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई देने का अवसर मिल सका।
इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, प्रशासन और एयर इंडिया अब दुर्घटना के कारणों की आगे की जांच पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह दुखद घटना हमेशा उन सभी लोगों की याद दिलाएगी जिन्होंने इसमें अपनी जान गंवाई।