यहाँ सो रही सात छात्राओं को चूहों ने काट लिया, जिससे छात्रावासों में साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह घटना राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में बुनियादी सुविधाओं की कमी को उजागर करती है।
जिन छात्राओं को चूहों ने काटा था, उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर चांद पाशा ने, जिन्होंने छात्राओं का इलाज किया, इस बात की पुष्टि की कि उनकी जान को कोई खतरा नहीं है और सभी आवश्यक चिकित्सा देखभाल प्रदान कर दी गई है। हालाँकि, इस घटना ने अभिभावकों और अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
इस घटना के बाद, शिक्षा विभाग ने छात्रावास के अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। यह घटना दर्शाती है कि सरकारी स्कूलों के छात्रावासों में बच्चों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है।



