झारखंड विधानसभा वर्षगांठ समारोह से लोकतांत्रिक परंपराओं को नई ऊर्जा.
सम्मान समारोह और सांस्कृतिक प्रस्तुति से राज्य की पहचान मजबूत बनेगी.
झारखंड विधानसभा की 25वीं वर्षगांठ राज्य के राजनीतिक इतिहास का महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस अवसर पर 22 नवंबर को एक विशाल समारोह आयोजित किया जा रहा है। समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाएगी। यह आयोजन केवल उत्सव नहीं बल्कि राज्य की उपलब्धियों का प्रतीक भी होगा। झारखंड का राजनीतिक सफर इस आयोजन के माध्यम से पुनः याद किया जाएगा। विधानसभा सचिवालय ने कार्यक्रम को भव्य रूप देने की तैयारी पूरी कर ली है। यह आयोजन राज्य की जनता को भी जोड़ने का प्रयास करेगा। समारोह में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इस अवसर पर लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती का संदेश दिया जाएगा। यह राज्य की राजनीतिक स्थिरता का भी संकेत है।
कार्यक्रम को दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहला चरण सम्मान समारोह को समर्पित होगा। विभिन्न क्षेत्रों से चयनित प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। इससे राज्य की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सार्वजनिक मान्यता मिलेगी। सम्मानित व्यक्तियों के कार्यों से आने वाली पीढ़ी प्रेरणा ले सकेगी। यह चरण औपचारिक और गरिमापूर्ण वातावरण में आयोजित होगा। इसमें कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का यह भाग राज्य की प्रगतिशील सोच को दर्शाएगा। इससे यह संदेश जाएगा कि राज्य प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करता है। इस मंच से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी संभव हैं। यह चरण राज्य के नवनिर्माण की भावना को आगे बढ़ाएगा।
दूसरा चरण पूरी तरह सांस्कृतिक रंगों से भरा होगा। बॉलीवुड गायक रूप कुमार राठौर अपनी विशेष प्रस्तुतियों से समारोह को भावपूर्ण बनाएंगे। साथ ही प्रसिद्ध हास्य कवि दिनेश बावरा कार्यक्रम में हास्य का स्पर्श जोड़ेंगे। स्थानीय कलाकार भी मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। झारखंड की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया जाएगा। यह चरण कार्यक्रम में उत्साह का संचार करेगा। दर्शकों और मेहमानों के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। सांस्कृतिक प्रस्तुति राज्य की विविधता को दर्शाएगी। यह आयोजन पूरे राज्य में उत्सव जैसा माहौल बनाएगा। वर्षगांठ समारोह राज्य के लिए यादगार अवसर बन जाएगा।



