
इस दुखद घटना ने सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 93वीं बटालियन में तैनात जवान उपेंद्र कुमार सिंह (36) ने गुरुवार सुबह अपनी ड्यूटी के दौरान यह घातक कदम उठाया। बताया जा रहा है कि गोली की आवाज सुनकर उनके साथी जवान मौके पर पहुंचे और उन्हें खून से लथपथ पाया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, CRPF जवान 15 दिन पहले ही बेंगलुरु में कैंसर पीड़ित अपने पिता के इलाज के बाद ड्यूटी पर लौटा था। ऐसे में, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पारिवारिक परेशानियां और शायद अपने पिता की बीमारी का तनाव उसकी आत्महत्या का कारण हो सकता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आत्महत्या के पीछे के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। यह घटना एक बार फिर सुरक्षा बलों के जवानों को होने वाले तनाव और मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।