पिछले 17 दिनों में 20,000 से अधिक गैर-अनुपालक वाहनों (Non-Compliant Vehicles) को चालान जारी किए गए हैं। यह बड़ी संख्या दर्शाती है कि राजधानी में प्रदूषण नियमों का व्यापक स्तर पर उल्लंघन किया जा रहा था, जिस पर अब सख्ती बरती जा रही है।
सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सत्यवीर कटारा ने बताया कि मुख्य रूप से गैर-पंजीकृत वाणिज्यिक वाहनों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। BS-III मानकों से नीचे के वाणिज्यिक जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) से चलने वाले उन वाहनों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोका जा रहा है, जो दिल्ली में पंजीकृत नहीं हैं। यह कदम बाहरी राज्यों से आने वाले अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए उठाया गया है।
प्रशासन का उद्देश्य वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना और GRAP-II के तहत निर्धारित निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करना है। सख्त प्रवर्तन और भारी चालान के माध्यम से अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि केवल पर्यावरण मानकों का पालन करने वाले वाहन ही शहर में चलें। यह अभियान दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने और नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रशासन की दृढ़ता को दर्शाता है।



