मेरठ का मोहिउद्दीनपुर गाँव बना कचरा प्रबंधन में मिसाल.
मेरठ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का मोहिउद्दीनपुर गाँव इन दिनों ठोस कचरा प्रबंधन (Solid Waste Management) के क्षेत्र में एक अनूठी मिसाल पेश कर रहा है।

यह गाँव न केवल अपने कचरे का प्रभावी ढंग से प्रबंधन कर रहा है, बल्कि इससे बिजली भी पैदा कर रहा है, जो आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मोहिउद्दीनपुर में उत्पन्न होने वाले कचरे को स्वयं सहायता समूह (SHG) की मदद से अलग-अलग किया जाता है। यह प्रक्रिया कचरे के पुनर्चक्रण और उसके उचित निपटान के लिए महत्वपूर्ण है। कचरे के इस अलगाव के बाद, इसके एक हिस्से का उपयोग एक निजी फर्म द्वारा बिजली बनाने के लिए किया जाता है। यह मॉडल न केवल कचरे के पहाड़ों को कम कर रहा है, बल्कि इससे ऊर्जा भी मिल रही है, जो ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक टिकाऊ समाधान हो सकता है। यह पहल स्थानीय समुदाय और निजी क्षेत्र के सहयोग का बेहतरीन उदाहरण है।
मोहिउद्दीनपुर का यह मॉडल अन्य गाँवों और शहरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकता है, जहाँ कचरा प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। यह दर्शाता है कि छोटे स्तर पर भी प्रभावी योजना और सामुदायिक भागीदारी से बड़े पर्यावरणीय बदलाव लाए जा सकते हैं।