हैदराबाद: तेलंगाना में आज (शनिवार) पिछड़ा वर्ग (बीसी) संयुक्त कार्य समिति (जॉइंट एक्शन कमेटी) द्वारा बुलाए गए बंद (बंद) के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। यह बंद तेलंगाना उच्च न्यायालय द्वारा बीसी आरक्षण कोटा पर दिए गए स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के रूप में किया गया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य भर में विरोध जताया और स्थगन आदेश को वापस लेने की मांग की।
सुबह से ही कई जिलों और शहरी क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। इस बंद के चलते राज्य सड़क परिवहन निगम (TSRTC) की बस सेवाएं पूरी तरह से ठप रहीं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध किया और सरकारी वाहनों के संचालन को बाधित किया। कई जगहों पर स्कूल और कॉलेज भी बंद रहे या उनकी उपस्थिति बहुत कम रही। बीसी जॉइंट एक्शन कमेटी ने स्पष्ट किया है कि यह बंद आरक्षण के मामले में न्यायिक हस्तक्षेप के खिलाफ पिछड़े वर्ग की एकता और नाराजगी को दर्शाता है।
राज्य पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। प्रमुख चौराहों और बस स्टेशनों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। समिति के नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उच्च न्यायालय के फैसले को पलटने के लिए कोई विधायी या कानूनी कदम नहीं उठाया, तो वे आगे भी विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। फिलहाल, समिति आरक्षण के लाभों की बहाली की मांग पर अड़ी हुई है, जिससे राज्य में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।



