इस घोषणा के साथ ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि प्रधानमंत्री के प्रचार में शामिल होने से चुनावों को एक नई दिशा मिलेगी। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस संबंध में जानकारी दी है।
दिलीप जायसवाल ने बताया कि पार्टी ने प्रधानमंत्री की कम से कम 10 सार्वजनिक रैलियों का प्रस्ताव तैयार किया है। ये रैलियां राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित की जाएँगी, जिससे अधिकतम मतदाताओं तक पहुँचा जा सके। पीएम मोदी के आगमन से पार्टी कार्यकर्ताओं में नया जोश पैदा होने और चुनावी माहौल भाजपा के पक्ष में बदलने की उम्मीद है। इन रैलियों में प्रधानमंत्री केंद्र और राज्य सरकारों के विकास कार्यों, गरीब कल्याण योजनाओं और राष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
चुनाव प्रचार की शुरुआत राज्य में पहले चरण के मतदान से कुछ ही दिन पहले हो रही है, जो भाजपा की रणनीतिक तैयारी को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी की रैलियाँ निश्चित रूप से विपक्षी दलों पर दबाव बढ़ाएँगी और बिहार चुनावों की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। भाजपा नेतृत्व को विश्वास है कि पीएम मोदी का करिश्माई व्यक्तित्व और लोकप्रियता पार्टी को एक बड़ी जीत दिलाने में सहायक होगी। अब पूरे देश की निगाहें बिहार में पीएम की पहली चुनावी सभा पर टिकी हैं।



