जम्मू-कश्मीर के बडगाम में प्रोपैलेस्टाइन रैली के आयोजकों पर केस दर्ज.
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में प्रोपैलेस्टाइन रैली के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

यह रैली रमजान के आखिरी शुक्रवार को ‘यौम-ए-कुद्स’ के मौके पर आयोजित की गई थी।
‘यौम-ए-कुद्स’ की शुरुआत ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खुमैनी ने की थी।
इस दिन को हर साल फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए मनाया जाता है।
रैली के दौरान कथित रूप से आपत्तिजनक नारे लगाए गए थे।
स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कुछ आयोजकों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रैली में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।
इस मामले में पुलिस ने आयोजकों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
रैली के वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि दोषियों की पहचान की जा सके।
स्थानीय नेताओं ने इस घटना को लेकर सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
आयोजकों का कहना है कि रैली का उद्देश्य केवल फिलिस्तीन के लोगों के समर्थन में आवाज उठाना था।
वहीं, प्रशासन का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार की भड़काऊ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह रैली ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खुमैनी के आह्वान पर आयोजित की जाती है।
‘यौम-ए-कुद्स’ हर साल रमजान के आखिरी शुक्रवार को मनाया जाता है।
इस दिन दुनियाभर में मुसलमान फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करते हैं।
घटना के बाद बडगाम में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
पुलिस ने कहा है कि मामले में आगे की कार्रवाई जारी है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।