
यह बच्ची कथित तौर पर उनके पास उसके जैविक पिता से गोद ली गई थी।
पुलिस के मुताबिक, बच्ची के शव को उनके घर से बरामद किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बच्ची पर अक्सर अत्याचार किया जाता था, जिससे उसकी मौत हो गई।
मामले में पुलिस ने दंपति को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या का मामला दर्ज किया है।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि बच्ची को कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना गोद लिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि यह मामला अब कानूनी रूप से गोद लेने की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़ा कर रहा है।
पुलिस का कहना है कि बच्ची के जैविक पिता ने दंपति को बेटी सौंप दी थी, लेकिन इसका कोई आधिकारिक दस्तावेज मौजूद नहीं है।
बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के कई निशान पाए गए हैं, जिससे उसकी हत्या की आशंका बढ़ गई है।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि गोद लेने की प्रक्रिया में कोई बिचौलिया शामिल था या नहीं।
सिलोड पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और मामले की गहन जांच जारी है।
अधिकारियों ने कहा कि इस घटना के बाद अब प्रशासन अवैध गोद लेने के मामलों की जांच को लेकर सतर्क हो गया है।
महाराष्ट्र सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।