150वीं जयंती पर पूरे झारखंड में कार्यक्रम आयोजित हुए। रांची में मुख्य समारोह कोकर स्थित समाधि स्थल पर हुआ। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि दी। विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं। नेताओं ने संघर्ष की परंपरा को याद किया। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर भी श्रद्धांजलि पोस्ट की। उन्होंने अमर रहने की बात लिखी। राज्यपाल ने समाज से आदर्श अपनाने का आग्रह किया। कई विभागों ने इस अवसर पर कार्यक्रम किए। सांस्कृतिक दलों ने नृत्य प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। आदिवासी समाज ने पारंपरिक परिधान पहनकर भागीदारी की। बच्चों ने बिरसा मुंडा के गीत सुनाए। महिलाओं के समूह ने सांस्कृतिक प्रदर्शनी लगाई। अधिकारी भी स्थल पर मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई थी। कार्यक्रम शांतिपूर्ण रहा। लोगों ने कहा कि जयंती पर एकता का संदेश मिला। कई संस्थानों में भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुई। युवा वर्ग ने भी जोश दिखाया।
सीएम ने विकास योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान सर्वोच्च प्राथमिकता है। युवाओं को रोजगार से जोड़ना बड़ा लक्ष्य है। बच्चों की शिक्षा को विशेष महत्व दिया गया। संस्कृति संरक्षण पर भी जोर दिया गया। कार्यक्रम के बाद लोग भावुक नजर आए। कई लोग समाधि स्थल के बाहर भीड़ में खड़े रहे। जनप्रतिनिधियों ने लोगों से आदर्शों पर चलने की अपील की। कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा। यह जयंती पूरे राज्य के लिए यादगार रही।



