राजस्थान के रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक खुशखबरी आई है।
बाघिन टी-111, जिसे शक्ति के नाम से भी जाना जाता है, को हाल ही में अपने दो शावकों के साथ देखा गया है।

इस मनमोहक दृश्य को देखकर पर्यटक और गाइड उत्साहित हो उठे और उन्होंने अपने मोबाइल फोन कैमरों से बाघिन और उसके बच्चों की तस्वीरें कैद कीं, साथ ही रिजर्व अधिकारियों और वन विभाग को भी इसकी सूचना दी।
शक्ति और उसके दो छोटे शावकों का दिखना रणथंभौर के वन्यजीवों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। बाघिन को अपने बच्चों के साथ स्वस्थ अवस्था में देखकर वन्यजीव संरक्षण में लगे लोगों ने राहत की सांस ली है। यह घटना बाघ संरक्षण के प्रयासों की सफलता को दर्शाती है और पार्क में बाघों की आबादी में वृद्धि की उम्मीद जगाती है। पर्यटक जो बाघों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए रणथंभौर आते हैं, इस दुर्लभ दृश्य को देखकर रोमांचित हो उठे।
वन विभाग के अधिकारी अब शक्ति और उसके शावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निगरानी बढ़ा रहे हैं। शावकों की सही उम्र और लिंग का पता लगाने के लिए आगे अवलोकन किया जाएगा। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान, जो बाघों की अपनी स्वस्थ आबादी के लिए विश्व प्रसिद्ध है, में इस नए परिवार के जुड़ने से जैव विविधता और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा। वन्यजीव प्रेमी अब इस नई बाघिन और उसके बच्चों को देखने के लिए उत्सुक हैं।