नीट की तैयारी कर रही छात्रा ने की आत्महत्या, डিএमके पर विपक्ष ने साधा निशाना.
चेन्नई के उरापक्कम में नीट (NEET) परीक्षा की तैयारी कर रही 21 वर्षीय छात्रा देवदर्शिनी ने आत्महत्या कर ली।

देवदर्शिनी लगातार चौथी बार नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
वह अपने माता-पिता के साथ उरापक्कम में रहती थी और उसके पिता सेल्वराज एक बेकरी चलाते हैं।
देवदर्शिनी ने वर्ष 2021 में चेन्नई के मोगप्पैर स्थित एक निजी स्कूल से 12वीं पास की थी।
नीट परीक्षा में उसने पहली बार 2022 में भाग लिया लेकिन अंक कम होने के कारण उसे मेडिकल सीट नहीं मिली।
इसके बाद उसने दो बार और प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
वह इस साल मई में होने वाली नीट परीक्षा के लिए तैयारी कर रही थी।
देवदर्शिनी ने अन्ना नगर स्थित एक निजी कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था।
गुरुवार को वह कोचिंग सेंटर से घर लौटी थी।
उसके पिता ने महसूस किया कि वह परीक्षा के दबाव में मानसिक तनाव झेल रही थी।
उन्होंने उसे खुश रखने के लिए बातचीत में व्यस्त रखने का प्रयास किया था।
शनिवार को पुलिस ने उसकी आत्महत्या की पुष्टि की।
विपक्ष ने इस घटना के लिए तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक (DMK) को जिम्मेदार ठहराया है।
विपक्ष का आरोप है कि द्रमुक सरकार ने सत्ता में आने से पहले नीट परीक्षा खत्म करने का वादा किया था।
पुलिस ने बताया कि इस घटना की जांच जारी है।
छात्रा की आत्महत्या से इलाके में शोक का माहौल है।
नीट परीक्षा को लेकर तमिलनाडु में पहले भी कई विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर छात्रों पर बढ़ते परीक्षा दबाव को उजागर किया है।
स्थानीय संगठनों ने छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की मांग की है।