रांची, झारखंड: राजधानी रांची के कर्म टोली चौक पर इस वर्ष की दिवाली खास रोशनी लेकर आई है, जिसका श्रेय झारखंड सरकार की ‘मैया सम्मान योजना’ से सशक्त हुई महिलाओं को जाता है। इस योजना के तहत मिलने वाली सहायता से कई महिलाओं ने अपना स्वरोजगार शुरू किया है, जिससे वे आत्मनिर्भर बनकर त्योहारों को खुशी से मना रही हैं। इन महिला उद्यमियों ने अपने हाथों से बनाए उत्पादों को बाज़ार में लाकर न सिर्फ अपना भविष्य संवारा है, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित किया है। यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका दे रही है।
‘मैया सम्मान योजना’ के लाभार्थियों ने इस दिवाली में मुख्य रूप से दीए, हस्तनिर्मित मोमबत्तियां, सजावटी सामान और पारंपरिक पकवान बनाकर बेचे हैं। कर्म टोली चौक पर इनके स्टॉल खास आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इन महिलाओं की उद्यमिता सिर्फ इनकी आर्थिक स्थिति को ही मजबूत नहीं कर रही, बल्कि इन्हें सामाजिक पहचान और सम्मान भी दिला रही है। इनमें से एक उद्यमी महिला ने बताया कि पहले उन्हें घर चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ता था, लेकिन अब वे न सिर्फ अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर रही हैं, बल्कि दूसरों को रोजगार भी दे रही हैं।
झारखंड सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से महिलाओं को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण देकर उन्हें पूरी तरह सशक्त बनाना है। महिलाओं का यह समूह केवल दिवाली के मौके पर ही नहीं, बल्कि पूरे साल उत्पाद बनाकर बेचता है। उनकी सफलता की कहानी यह दर्शाती है कि सही समर्थन और अवसर मिलने पर महिलाएं किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं। इनकी मेहनत से जगमगाता कर्म टोली चौक सही मायने में नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गया है।



