भारत ने टिकाऊ कृषि हेतु FAO के साथ साझेदारी की।
नई दिल्ली: भारत ने टिकाऊ कृषि और जल प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के साथ हाथ मिलाया है।

इस महत्वपूर्ण साझेदारी का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में स्थिरता लाना और पानी के संसाधनों का बेहतर प्रबंधन करना है, जो देश की खाद्य सुरक्षा और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
इस समझौते के बाद, एक पायलट परियोजना पंजाब, हरियाणा, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में शुरू की गई है। इन राज्यों को उनकी विशिष्ट कृषि चुनौतियों और जल-संबंधी मुद्दों के कारण चुना गया है। इस परियोजना के तहत, आधुनिक तकनीकों, बेहतर कृषि पद्धतियों और जल संरक्षण के उपायों को लागू किया जाएगा। FAO अपनी वैश्विक विशेषज्ञता और संसाधनों के साथ भारत के इन प्रयासों में सहयोग करेगा। यह पहल किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना करने और अधिक कुशल तरीके से उत्पादन करने में मदद करेगी।
यह सहयोग भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने और जल प्रबंधन में सुधार से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि यह पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने में भी सहायक होगा। यह परियोजना भविष्य में अन्य राज्यों में भी विस्तार की क्षमता रखती है, जिससे पूरे देश में टिकाऊ कृषि को बढ़ावा मिलेगा।