इसके साथ ही, उनके स्वामित्व वाली मछली पकड़ने वाली नौकाओं को भी श्रीलंकाई नौसेना ने जब्त कर लिया है। यह घटना दोनों देशों के बीच मछुआरों के मुद्दे पर लंबे समय से चले आ रहे तनाव को एक बार फिर बढ़ाती है।
गिरफ्तार किए गए मछुआरों पर यह आरोप है कि उन्होंने अवैध रूप से IMBL को पार किया और श्रीलंकाई समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे। श्रीलंकाई नौसेना अक्सर अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और स्थानीय मछुआरों के हितों की रक्षा का हवाला देते हुए भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार करती रही है। इस तरह की घटनाएँ दक्षिण भारत के तटीय समुदायों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनी हुई हैं, क्योंकि इससे उनकी आजीविका प्रभावित होती है।
गिरफ्तारी की खबर मिलते ही तमिलनाडु के राजनीतिक दलों और मछुआरा संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने और कूटनीतिक माध्यमों से गिरफ्तार मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की है। भारत सरकार ने भी श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है। यह मामला दर्शाता है कि IMBL के पास मछली पकड़ने के कारण उपजा यह विवाद दोनों देशों के संबंधों के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।



