तेलंगाना की अर्थव्यवस्था में 10% की बढ़त, प्रति व्यक्ति आय 3.79 लाख रुपये पहुंची
हैदराबाद: तेलंगाना ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में आर्थिक विकास में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है।

राज्य की सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो मौजूदा कीमतों पर 16.12 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2024-25 में 3.79 लाख रुपये आंकी गई है, जिसमें 9.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह आंकड़े जीवन स्तर, रोजगार के अवसरों और आर्थिक विकास में सुधार को दर्शाते हैं।
आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की अर्थव्यवस्था विशेष रूप से आईटी क्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ी है। इसमें उद्योग और प्रौद्योगिकी के लिए किए गए रणनीतिक बजट प्रावधानों का बड़ा योगदान रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल से नवंबर के बीच तेलंगाना ने अपने कुल कर राजस्व का 88 प्रतिशत हिस्सा राज्य के अपने कर राजस्व (SOTR) के रूप में हासिल किया है।
सेवा क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बना हुआ है। यह 2024-25 में सकल राज्य मूल्य वर्धन (GSVA) का 66.3 प्रतिशत है, जो कि 9.8 लाख करोड़ रुपये के बराबर है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में तेलंगाना सरकार ने ‘राजीव आरोग्यश्री’ योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा सीमा को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये प्रति परिवार वार्षिक कर दिया है।
राज्य में आईटी क्षेत्र सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता बना हुआ है, जिसमें 42.7 प्रतिशत लोग कार्यरत हैं। इसके बाद द्वितीयक क्षेत्र (22.5 प्रतिशत) और तृतीयक क्षेत्र (34.8 प्रतिशत) का स्थान है।
आर्थिक परिदृश्य के अनुसार, तेलंगाना में 97 प्रतिशत प्रसव स्वास्थ्य केंद्रों में हो रहे हैं, जिससे मातृ और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार आया है।
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी तेलंगाना ने उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य का 27,688 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वन भूमि में है, जो राज्य के कुल भूभाग का 25 प्रतिशत है। यह राष्ट्रीय औसत 24 प्रतिशत से अधिक है।