जालसाजों ने उनके बेटे के फर्जी दुर्घटना की खबर देकर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। यह घटना अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड के बढ़ते खतरे और भावनात्मक ब्लैकमेलिंग का एक ताजा उदाहरण है।
ठगों ने तब फायदा उठाया जब उनका बेटा कनाडा में था और समय के अंतर के कारण वह अपने परिवार के लिए असुविधाजनक समय पर फोन पर उपलब्ध नहीं हो सका। जालसाजों ने परिवार को फोन कर उनके बेटे के एक्सीडेंट होने और कानूनी झंझटों में फँसने की झूठी कहानी सुनाई। घबराए हुए परिवार ने बिना जाँच किए, जालसाजों के कहने पर ₹3.5 लाख की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी।
पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और जाँच शुरू कर दी है। पुलिस ने आम जनता को सलाह दी है कि वे ऐसे अंतर्राष्ट्रीय फर्जी कॉल्स के झांसे में न आएं और विदेशी पुलिस या एजेंसियों के नाम पर पैसा मांगने वाले किसी भी कॉल को पहले वेरीफाई करें।



