ओडिशा के एक शांत गाँव गुरंग में एक अनोखा उत्सव मनाया गया.
जब एक नन्हे हाथी के जन्म के 21वें दिन उसका नामकरण समारोह आयोजित किया गया।

इस अवसर को गाँव वालों ने वैसे ही मनाया जैसे वे किसी बच्चे के जन्म पर मनाते हैं।
गाँव वालों के लिए यह पहला मौका था जब उन्होंने किसी हाथी के बच्चे के जन्म का उत्सव मनाया। इस समारोह में पारंपरिक रस्में निभाई गईं और गाँव के सभी लोग शामिल हुए। बच्चे का नाम ‘बुद्धादित्य’ रखा गया, जो सूर्य और ज्ञान का प्रतीक है।
वन विभाग के अधिकारियों ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया और गाँव वालों के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह घटना वन्यजीवों और इंसानों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध को दर्शाती है।
यह नन्हा हाथी गाँव वालों के लिए एक खास मेहमान बन गया है और वे उसकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यह घटना वन्यजीव संरक्षण के महत्व को भी उजागर करती है और हमें यह याद दिलाती है कि हमें जानवरों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।