यह कार्रवाई आतंकवाद के वित्तीय नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि संपत्ति भले ही आतंकवादी के पिता के नाम पर पंजीकृत है, लेकिन जाँच में यह खुलासा हुआ है कि सज्जाद गुल भी इस संपत्ति में एक सक्रिय हितधारक (Active Stakeholder) है। यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत की गई है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आतंकवादियों और उनके सहयोगियों की संपत्तियों को निशाना बनाया जाएगा, जिनका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जाता है।
सुरक्षा एजेंसियाँ घाटी में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ लगातार सख्ती बरत रही हैं। इस कुर्की का उद्देश्य आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को ध्वस्त करना और उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर करना है। यह कार्रवाई आतंकियों को पनाह देने और वित्तीय सहायता प्रदान करने वालों के लिए एक कड़ी चेतावनी है।



