
इस बैठक में गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ-साथ ओडिशा के नेता भी शामिल होंगे।
बीजू जनता दल (बीजेडी), जो 2024 के चुनावों में बीजेपी से सत्ता हार गई थी, ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है।
बीजेडी के वरिष्ठ नेता अमर पटनायक और संजय दास बर्मा बैठक में भाग लेने के लिए चेन्नई पहुंचे हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा बुलाई गई इस बैठक में तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, केरल, पश्चिम बंगाल और पंजाब के नेता शामिल होंगे।
इन राज्यों को आशंका है कि अगर परिसीमन केवल जनसंख्या के आधार पर किया गया तो उनके संसदीय क्षेत्रों की संख्या में कमी हो सकती है।
बीजेडी का परिसीमन पर रुख
पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के कार्यालय ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी कि पूर्व सांसद अमर पटनायक और पूर्व मंत्री संजय दास बर्मा पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
बीजेडी का कहना है कि उसने ओडिशा के हितों की रक्षा के लिए रणनीतियां तैयार कर ली हैं।
बीजेडी विधायक प्रदीप दिशारी ने कहा कि पार्टी नेतृत्व इस बात को लेकर चिंतित है कि जनसंख्या के आधार पर परिसीमन होने से दक्षिण और पूर्वी भारत के कई क्षेत्रों की सीटें कम हो सकती हैं।
उन्होंने कहा, “परिसीमन केवल जनसंख्या के आधार पर नहीं, बल्कि भौगोलिक क्षेत्र को भी ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।”
बीजेडी ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी ऐसे प्रस्ताव का विरोध करेगी जो राज्य के संसदीय सीटों को नुकसान पहुंचाएगा।
बैठक में जनसंख्या आधारित परिसीमन के विरोध में रणनीति पर चर्चा की संभावना है।
ओडिशा के राजनीतिक दलों ने इसे राज्य के राजनीतिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बैठक बताया है।
इस बैठक के बाद विपक्षी दलों की आगे की रणनीति पर भी नजरें टिकी हैं।